हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग हिंदी आईडिया में आज हम आपको Bounce Rate के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
Bounce Rate क्या है ?
Bounce Rate दो Word से मिलकर बना है. पहला Bounce जिसका मतलब है Jump or उछाल. दूसरा Rate जिसका मतलब है Quantity or Frequency or दर. Bounce Rate उछलने का दर होता है, यह बिलकुल सही है. इस Term को अच्छे से Explain करते हैं।
“किसी Particular Website का ऐसा Visitors जो Website के किसी एक Page से ही वापिस हो जाता है.”
यह Rate Percentage में होता है.
Example : मेरे Blog का Bounce Rate 68 % है that means कि 68 % ऐसे Users हैं जिन्होंने Blog का कोई एक Page ही Open किया. इससे आप समझ सकते हैं Bounce Rate जितना कम हो अच्छी बात है. 26 से 40 % के Bounce Rate को Ideal माना जाता है. यदि आपके Blog का Bounce Rate इससे भी कम है तो बहुत अच्छी बात है. लेकिन ऐसे Blog और Website बहुत कम है जिनका Bounce Rate 26 % से भी कम है. 41 से 70 % के Bounce Rate Average Rate होता है. लेकिन इससे ज्यादा है तो इस Subject पर ध्यान देने की जरूरत है.
Standard Bounce Rate
Standard Bounce Rate Websites और Blog के लिए
Content Website – 40 – 60 %
Lead Generation Website – 30 – 50 %
Retail Business Website – 20 – 40 %
Service Provider Website – 10 – 30 %
Landing Pages Website – 70 – 90 %
Blogs – 70 – 98 %
Site Design : वैसे तो Design का कोई ज्यादा Value नहीं है लेकिन Content सही से लिख होना चाहिए. जैसे : Font, Font Size, Image Placement, Background यह सब Readers के लिए Comfortable होना चाहिए. इसके लिए एक Reader की तरह अपने Blog को देखें. कोई भी User सबसे पहले Blog का Design ही देखता है. Blog को Responsive बनाये. Device Screen के according Blog का Navigation auto Change हो. Responsive नहीं होने से User को Website Surf करने में काफी परेशानी होती है. Blog पर कम Color Use करने का कोशिश करें. ज्यादा Color Use करने से Reader Comfortable feel नहीं करता है. Blog का Design हर तरह से अच्छा रखने का प्रयास करें.
Bounce Rate क्या है ?
Bounce Rate दो Word से मिलकर बना है. पहला Bounce जिसका मतलब है Jump or उछाल. दूसरा Rate जिसका मतलब है Quantity or Frequency or दर. Bounce Rate उछलने का दर होता है, यह बिलकुल सही है. इस Term को अच्छे से Explain करते हैं।
“किसी Particular Website का ऐसा Visitors जो Website के किसी एक Page से ही वापिस हो जाता है.”
यह Rate Percentage में होता है.
Example : मेरे Blog का Bounce Rate 68 % है that means कि 68 % ऐसे Users हैं जिन्होंने Blog का कोई एक Page ही Open किया. इससे आप समझ सकते हैं Bounce Rate जितना कम हो अच्छी बात है. 26 से 40 % के Bounce Rate को Ideal माना जाता है. यदि आपके Blog का Bounce Rate इससे भी कम है तो बहुत अच्छी बात है. लेकिन ऐसे Blog और Website बहुत कम है जिनका Bounce Rate 26 % से भी कम है. 41 से 70 % के Bounce Rate Average Rate होता है. लेकिन इससे ज्यादा है तो इस Subject पर ध्यान देने की जरूरत है.
Standard Bounce Rate
Standard Bounce Rate Websites और Blog के लिए
Content Website – 40 – 60 %
Lead Generation Website – 30 – 50 %
Retail Business Website – 20 – 40 %
Service Provider Website – 10 – 30 %
Landing Pages Website – 70 – 90 %
Blogs – 70 – 98 %
Bounce Rate कम कैसे करें ?
Site Speed : इसका मतलब है Particular Site कितने समय में open हो रहा है. Site Open होने में ज्यादा time लगता है तो इसे Reduce करें. Site कम समय में Open होगा तो Readers का Response अच्छा मिलेगा.
Site Design : वैसे तो Design का कोई ज्यादा Value नहीं है लेकिन Content सही से लिख होना चाहिए. जैसे : Font, Font Size, Image Placement, Background यह सब Readers के लिए Comfortable होना चाहिए. इसके लिए एक Reader की तरह अपने Blog को देखें. कोई भी User सबसे पहले Blog का Design ही देखता है. Blog को Responsive बनाये. Device Screen के according Blog का Navigation auto Change हो. Responsive नहीं होने से User को Website Surf करने में काफी परेशानी होती है. Blog पर कम Color Use करने का कोशिश करें. ज्यादा Color Use करने से Reader Comfortable feel नहीं करता है. Blog का Design हर तरह से अच्छा रखने का प्रयास करें.
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वर्डप्रेस योस्ट जैसा प्लगिन ब्लॉग में कैसे लगाएँ ?
ब्लॉग में रीड मोर ऑप्शन कैसे लगाएं ?
ब्लॉग पर कमेंट सिस्टम कैसे ऐड करते हैं ?
ब्लॉग पर ट्रैफिक क्यूँ नहीं आता ?
Low Quality Content : ऐसा कोई जरूरी नहीं है कि 3000 Word का Content बहुत अच्छा होता है. Content हमेशा User और Search Engine दोनों के Friendly होना चाहिए. जो Title हो उसी के According Post लिखें. Readers को कभी भी manipulate नहीं करें. ऐसे में आप अपनी Credibility खो देंगे. Blogging Journey में नाम बनाने के लिए Credible बनना बहुत जरूरी है. Copy Paste Content भी Low Quality Content के अन्दर आता है. हमेशा ऐसे Content लिखें जो User को पसंद आये.
Digital Marketing क्या क्यूँ कैसे ?
ब्लॉग की लोडिंग स्पीड क्या क्यूँ कैसे ?
वर्डप्रेस योस्ट जैसा प्लगिन ब्लॉग में कैसे लगाएँ ?
ब्लॉग में रीड मोर ऑप्शन कैसे लगाएं ?
ब्लॉग पर कमेंट सिस्टम कैसे ऐड करते हैं ?
ब्लॉग पर ट्रैफिक क्यूँ नहीं आता ?
Low Quality Content : ऐसा कोई जरूरी नहीं है कि 3000 Word का Content बहुत अच्छा होता है. Content हमेशा User और Search Engine दोनों के Friendly होना चाहिए. जो Title हो उसी के According Post लिखें. Readers को कभी भी manipulate नहीं करें. ऐसे में आप अपनी Credibility खो देंगे. Blogging Journey में नाम बनाने के लिए Credible बनना बहुत जरूरी है. Copy Paste Content भी Low Quality Content के अन्दर आता है. हमेशा ऐसे Content लिखें जो User को पसंद आये.
Copy Paste Content : Content का Copy Paste बिलकुल न करें. साथ ही कोशिश करें Writing Style भी न मिले. ऐसा होने से Credibility Create नहीं हो पता है. हमेशा Unique Content लिखने का प्रयास करें. Unique Content लिखने से Reader के साथ साथ Search Engine को भी अच्छा लगता है.
Blog Post Writing Format : एक Standard Writing Format को Follow करें. या खुद का एक Format Create करें. जिससे Readers में Writing Format से भी आपकी पहचान बनेगी. Post Writing के लिए हमेशा एक Standard Format Follow करें. ऐसा करने से Readers आपके Writing Style से परिचित हो जाते है. बार बार Writing Style Change करने से User Confuse होता है. User Confuse होने का मतलब आप बहुत अच्छे से समझते होंगे.
Bad or No Interlinking : Blog Post में Inbound Link का Use करें. Post में Unknown Word Use करने पर Next Post में उसे Describe करें और पहले वाले Post के Unknown Word में Link करें. Post जिस Category का है उस से ही मिलता जुलता Post का Link Post के बीच में डाले. ऐसा करने से कुछ Reader उस Link पर भी Click करते हैं. कुछ ऐसे Link भी Share कर सकते हैं जो Interested हो. Google Analytics में Check करें किस Post को सबसे ज्यादा पढ़ा जा रहा है, उस Post के बीच में Link लगायें. ध्यान रहे Interested Topic का ही Link लगायें.
Single Page Site : Blog के Post में किसी दुसरे Post का Link नहीं है. ऐसे में User Next Page पर Visit करेंगे इसका संभावना बहुत ज्यादा है. ऐसे में जरूरी है कि Page / Post के अन्दर Interested / Evergreen Post के Link को Share करें.
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